Tuesday, 5 July 2016

5 बाते स्वयं का विकास करने के लिए | Self Development In Hindi

कुछ दीन पहिले, हमने काम की क्षमता को बढाने के रास्तो को ढूंड निकाला, इसमें एक बात बहोत जरुरी है की काम खत्म होने के बाद आप रोज अपने द्वारा किये काम का पुनःपरिक्षण (Review) करे, और तभी आप स्वयं का विकास – Self Development कर पाओगे…


लेकिन आप पुनःपरिक्षण कैसे करोगे?

तो आप अपने आप को क्या पुछोंगे?
डरने की कोई बात नही! यहाँ 5 प्रश्न दिए गये है, जो आपने अपना काम का दिन खत्म होने के बाद अपने आप को पूछने चाहिये…
1. क्या मैंने आज अपना लक्ष्य प्राप्त किया?
याद रखिये आपके पास एक लम्बा दिन जरुर हो सकता है लेकिन एक लम्बा जीवन नही. आपको निश्चित घंटो में ही अपने काम को बाटना होता है? और तभी आप उसे समय रहते पूरा कर पाओगे!
बिना किसी शक के अपने लक्ष्य को निर्धारित करना ही आपके दिन का सबसे महत्वपूर्ण काम होना चाहिये.
ऐसा करने से रोज़ आपको प्रेरणा मिलती रहेंगी और धीरे-धीरे आप बड़े-बड़े लक्ष को प्राप्त करने में ध्यान लगा सकोंगे.
इसीलिए अपने कार्यकाल की शुरुवात करने से पहले अपने आप से पूछिये की आज आपको क्या-क्या हासिल करना है. मै वादा करता हु की आप जो निर्धारित करोंगे, दिन के अंत में वही पाओगे.
2. मै कहा गलती कर रहा हु?
यदि पिछले प्रश्न का उत्तर नही है तो यह प्रश्न आपके लिए तार्किक होंगा.
लेकिन आपके लिए अपने आप से ये पूछना जरुरी होंगा की, आपने क्या गलत किया है?
हो सकता है मीटिंग के समय आपके द्वारा उपयोग किये गये शब्द उचित न हो.
हो सकता है की आपने कुछ ऐसा किया हो जो आपके बॉस या क्लाइंट को पसंद न हो.
हो सकता है की आप अपने सहकर्मी को किसी जानकारी की पर्ची देना भूल गये हो, जिसे उन्हें जानना जरुरी था.
ये कहना गलत होंगा की इसकी आपको जरुरत नही. आपको अपनी गलतियों के प्रति सहज होना चाहिये. आसानी से उसे अपनाये और उनमे सुधार करे.
3. मै अपनी गलतियों से क्या सीखता हु? या मैंने अपनी गलतियों से क्या सिखा?
यदि आप अपनी गलतियों से कुछ सीखते हो तो कोई भी गलती बेकार नही होती.
यदि आप ऐसा करोगे तो कोई भी गलती आपसे बार-बार नही होंगी. और आपके दिमाग में हमेशा नए-नए उपाय आते जायेंगे.
इसीलिए अपने दिन को खत्म करने से पहले ही अपने अगले दिन की तयारी कर ले. भूतकाल का विचार करे और सोचे की आपने अपनी गलतियों से क्या-क्या सिखा है.
क्योकि आपकी यही सोच आपको आगे बढ़ने में सहायता करेंगी.
4. मुझे क्या प्रेरित करता है?
कई बार आप जो चाहते हो उसे आसानी से हासिल कर ही लेते हो. कभी-कभी एक ख़राब दिन गुजारे बिना ही आप सफल हो जाते हो.
आप अपने पिछले दिन को याद करिये और अपने आप से पूछिये ऐसी कोंसी चीज़ है जो आपको लगातार आगे बढ़ने में मदद करती है?
अपने आप को उस दिन में ले जाइये जिस दिन आपको असफलता प्राप्त हुई थी. क्यू की ऐसा करने से ही आप अहंकार से दूर रहोंगे और जमीन पर रहोंगे!!!!!!
5. किस बात के लिए मुझे शुक्रियादा करना चाहिये?
इस प्रश्न को पूछे बिना कभी अपने दिन को खत्म ना करे.
अपने जीवन में होने वाली घटनाओ को आसानी से अपनाये.
उन दिनों में जाए जब आप मुसीबत में थे और किसी ने आपकी सहायता की थी, उन दिनों के बारे में याद कीजिये.
फिर वो कोई ऑफिस बॉय भी हो सकता है जो आपके लिए कूरियर लेके आता हो, वह कोई कैंटीन बॉय भी हो सकता है जो आपको चाय पिलाता हो या फिर वो आपका बॉस भी हो सकता है जो मुश्किलों में आपको प्रेरित करता हो.
अपने सहकर्मियों का हमेशा शुक्रियादा करे, क्यू की कई बार वे सिर्फ आपके सहकर्मी ही नही बल्कि सहयोगी भी बन जाते है. कई बार आपके सहकर्मी आपकी मदद कर के आपके दिल को छू जाते है. ऐसे लोगो को अपने जीवन में कभी भी “थैंक यु” कहना ना भूले.
आपका द्वारा कहा गया एक “थैंक यु”, आपमें बहोत बड़ा बदलाव लाएंगा. और यही आपको दूसरो से अलग बनायेंगा.

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